A Secret Weapon For Shiv chaisa
A Secret Weapon For Shiv chaisa
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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
शिव के चरणों में मिलते हैं सारी तीरथ चारो धाम
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद shiv chalisa in hindi नहिं पाई॥
लिङ्गाष्टकम्
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
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योगी यति मुनि ध्यान more info लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
. शिव चालीसा लिरिक्स Shiv chaisa के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥